क्या
आप जानते हैं किसी भी देश की
तर्रकी मे उस देश की अपनी मातृ
भाषा का कितना योगदान होता
है ? जानने
के लिए एक चार्ट बनाते हैं और
फिर उस पर चर्चा करते हैं |
Country Mother-language Working-language Status
America English
English Developed
Britain English
English Developed
France French
French Developed
Spain Spanish
Spanish Developed
In fact all European countries work in
their Mother-language and they are more or less developed.
Russia Russian Russian Developed
Japan Japanese
Japanese Developed
China Chinese
Chinese Developed
Korea Korean
Korean Developed ---in-fact good than
India
All Arabian countries more or less work
in their own language and they are far better than India.
तो
कहने का मतलब ये है की जिन लोगों
ने अपनी संस्कृति और अपनी भाषा
को नही छोड़ा वो आज बहुत आगे
निकल गये हैं | अब
यह देखते हैं की जिन लोगों ने
अपनी भाषा को छोड़ दिया और
दूसरी भाषा अपना ली उनका क्या
हुआ ?
All African countries are working in a
foreign language I.e English and they are very poor.
The Italians are very far away from
their Roman Language...and they are not good.
और
जब हम हिन्दुस्तान की बात करते
हैं तो हमारी भाषा थी संस्कृत
और हिन्दी ,लेकिन
हम इन दोनो से दूर होते जा रहे
हैं और यही नही जो हमारी प्रांतीय
भाषाएँ हैं उनसे भी हम दूर
होते जा रहे हैं. वैसे
देखा जाए तो उर्दू भी हमारी
भाषा नही है. नुकसान
यह हुआ की जो प्रांतीय स्तर
पर लोगों के विचार हैं वो
अँग्रेज़ी समझने वालों तक
नही पँहूच पाती और अँग्रेज़ों
का विज्ञान हमारे प्रांत के
लोगों तक नही पँहूच पा रहा
है. और
जिन अंग्रेज़ो ने संस्कृत का
अनुवाद कर के उसे अपने देश की
भाषा मे लोगों को बताया वो
आगे निकल गये लेकिन हमने तो
अपनी ही भाषा भूला दी है.
मैने बहुत
कुछ नही लिखा है लेकिन आप इस
पर गौर करेंगे तो आप खुद समझ
जाएँगे .